Table of Contents
Check Book Kya Hai
आज के बीजी लाइफ स्टाइल में जब हमें अधिक कैश का लेनदेन करना होता है तब हम कैशलेस को परेफरेंस देते है | इसके लिए हम cheque का यूज़ करते है, क्युकी, इससे आप के पास कैश के लेनदेन का एक प्रूफ बन जाता है |
तो चलिए आज के इस बेहतरीन आर्टिकल में हम जानेगे की Cheque Book kya hota hai वो भी सिंपल हिंदी भाषा में | चेकबुक एक खाली चेक की पुस्तक होती है, जिसका उपयोग भुगतान करने या अपने बैंक खाते से नकद निकालने के लिए किया जाता है।
यह cheque book आपके बैंक के द्वारा जरी किया जाता है , जिसमे आपका नाम, पता, बैंक खाता संख्या तथा अन्य जानकारि होती है|
यधि आपको बिना नकदी के लेन-देन करना हो तो चेकबुक एक बेहतर और सुरक्षित तरीका है। इस आर्टिकल में हम जानेगे की cheque कैसे भरे ? और इसका उपयोग कैसे किया जाता है? और कौन से प्रीकासेन लेना चाहिए और भी बहुत कुछ |
चेक बुक क्या होता है ? Cheque Book Kya Hota Hai
यह चेक बुक एक लेन-देन का तरीका है, जो की सभी बैंको द्वारा जारी किए जाने वाला एक प्रकार का कागज़ात है, जिसमें कई पेजों से मिलकर यह चेक बुक बना होता हैं। यह एक प्रकार का आदेश होता है, जिससे हम अपने बैंक एकाउंटेंट से किसी व्यक्ति या संस्था को पैसा भेज सकते हैं।
इस cheque बुक के हर पन्नों पर बैंक से रिलेटेड कोड के साथ अन्य जानकारी होती है जैस- नाम, सिग्नेचर की आप्शन तथा रूपए आदि cheque बुक के सभी cheque पर होता है |
Cheque का यूज़ हम तब कर सकते है, जब हमारे पास कैश ना हो, या हमें किसी के साथ कैशलेस लेनदेन करना हो |
एक Cheque Book में यह जानकारियां भी रहती है
Cheque book एक के हर चेक पर कुछ यूनिक कोड प्रिंट होते है जैसे की निचे है –
- Cheque नंबर
- MICR कोड
- सिटी कोड
- बैंक कोड
- ब्रांच कोड
- बैंक अकाउंट नंबर
- ट्रांजेक्शन आईडी
- Cheque बुक के हर चेक पर एक 6 अंको का कोड है, यह कोड किसी भी चेक के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकी इससे किसी भी रिकॉर्ड या जानकारी प्राप्त कर सकते है |
- MICR- का फुल नाम मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रेकोग्निशन ( Magnetic Ink Character Recognition) होता है | cheque के निचले भाग में एक 9 अंको का कोड अंकित होता है, जिसका यूज़ cheque को जल्दी और सटीक रूप से पहचानें में किया जाता है |
- सिटी कोड ( City Code )- MICR कोड के पहले तीन अक्षर सिटी कोड के होते है, इस सिटी कोड के जरिये हम यह बता सकते है, की यह चेक किस सहर का है |
- बैंक कोड ( Bank Code )- MICR कोड के अगले तीन अंको को Bank Code के नाम से जाना जाता है|
- ब्रांच कोड ( Branch Code )- MICR कोड के आखिर के तीन कोड ब्रांच कोड होता है |
- बैंक खाता नंबर ( Bank Account Number )- यह बैंकों द्वारा अपने अकाउंट होल्डर के लिए नंबर दिया रहता है, जोकि आजकल के cheque बुक पर प्रिंट रहता है |
- ट्रांजेक्शन आईडी ( Transaction Id )- आपकी ट्रांजेक्शन (लेन-देन) आईडी चेकबुक के नीचे अंतिम दो नंबरों द्वारा दर्शायी जाती है।
चेक बुक के प्रकार (Types of Cheque Book )
बैंकों द्वारा विभिन्न प्रकार की चेकबुक हैं जिनकी अलग-अलग विशेषताएं और उद्देश्य होते हैं। चेकबुक के कुछ सामान्य प्रकार हैं-
- बियरर चेकबुक (Bearer Cheque Book)
- ऑर्डर चेकबुक (Order Cheque Book)
- क्रॉस्ड चेकबुक (Crossed Cheque Book)
- ओपन चेकबुक (Open Cheque Book)
बियरर चेकबुक – इस तरह की चेकबुक से भुगतान वह व्यक्ति कर सकता है जो चेक रखता है या बैंक में चेक ले जाता है। चेक पर भुगतानकर्ता का नाम नहीं होता, इसलिए कोई भी इसे प्रस्तुत कर सकता है नकद राशि मिल सकती है। इस तरह की चेकबुक खतरनाक होते है, इसलिए इसका उपयोग बहुत सावधानी से किया जाना चाहिए।
ऑर्डर चेकबुक – इस तरह की चेकबुक में भुगतानकर्ता का नाम लिखा रहता है। चेक केवल उस व्यक्ति द्वारा भजाया जा सकता है जिसका नाम उस पर लिखा है या किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा भजाया जा सकता है जिसके पास प्राप्तकर्ता से वैलिड सपोर्ट हो | कभी भी चेक किसी दूसरे को नहीं देना चाहिए।
क्रॉस्ड चेकबुक – इस तरह की चेक बुक में ऊपर दो समानांतर रेखाएं खींची जाती हैं, या तो “अकाउंट पेयी” शब्दों के साथ या बिना उसके रहती है । इसका अर्थ यह है कि चेक को सीधे भजाया नहीं जा सकता, यह केवल प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में जमा किया जा सकता है। अन्य किसी भी तरह की चेकबुक की तुलना में, इस तरह की चेकबुक अधिक सुरक्षित होती है।
ओपन चेकबुक – इस तरह की चेकबुक में चेक पर कोई शब्द या लाइन नहीं होता। चेक को प्राप्तकर्ता या चेक रखने वाले व्यक्ति किसी भी बैंक में भजाया जा सकते हैं। चेक को प्राप्तकर्ता किसी दूसरे को भी दे सकता है।
जोकी इस तरह की चेकबुक में कम सुरक्षित हैं और धोखाधड़ी का अधिक खतरा रहता है।
चेक बुक कैसे भरे (Cheque Book kaise Bhare)
Cheque book kaise bhare, ये एक आम सवाल है जो बहुत से लोग जानना चाहते है | चेक बुक एक ऐसा दस्तावेज़ है जो हमें अपने बैंक से पैसे को ट्रान्सफर करने या पैसे निकालने की फैसिलिटी देता है |
चेक बुक में कुछ ब्लेंक चेक होते है, जिन्हें हमें सही तरीके से भरना चाहिए |
- चेक बुक में ऊपर राईट साइड डेट का आप्शन होता है, जिसमे हमें डेट लिखना होता है |
- फिर इसके बाद चेक के लेफ्ट साइड PAY लिखा होता है, इसमें उस पर्सन या संस्था का नाम लिखना होता है; जिसे हम पेमेंट करना चाहते है |
- जस्ट इसके बाद RUPEES का ब्लेंक स्पेस होता है , जिसमे हमें उस धनराशी को शब्द में लिखना होता है |
- फिर इसके बाद ₹ वाले कोलम में उस धनराशी को डिजिट में लिखते है |
- चेक में निचे बाये और A/C का बॉक्स होता है जिसमे आपके बैंक का अकाउंट नंबर होता है, लेकिन आज के नए चेक बुक में अकाउंट नंबर पहले से प्रिंट होता है |
अब चेक के नीचे दाये और अकाउंट होल्डर या संस्था का नाम दिया होता है, जिसमे अपना सिग्नेचर या कंपनी की दिशा में शील के साथ सिग्नेचर करना होता है |
चेक बुक को उपयोग करते समय कुछ सावधानियां एवं सुरक्षा उपाय
चेक बुक भरते समय हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे:
- चेक बुक का फर्स्ट पेज हमारे अकाउंट नंबर, नेम, पता और IFSC कोड छपा होता है, जिससे हमें दुसरो से सुरकछित रखना होता है |
- चेक बुक भरते समय सभी डिटेल्स साफ़ और क्लियर लिखनी होती है जैसे- डेट, पेयी का नाम,अमाउंट को नंबर्स और शब्दों में लिखना होता है |
- चेक बुक में हमें कुछ क्रॉस्ड चेक मिलते है, यानि की लाइन्स से क्रॉस होता है, ऐसे चेक का यूज़ सिर्फ बैंक अकाउंट में कैश डिपाजिट करने की लिए सही है | इस क्रॉस्ड चेक का यूज़ हमें तब करना चाहिए जब हमें किसी को डायरेक्ट पैसे सेंड करना हो |
- इन चेक बुक में हमें कुछ बेयरर चेक होते है, जिन्हें बहुत सेफ तरीके से रखना होता है, क्यों की अगर ये चेक खो या चोरी हो जाये तो आपके पैसे खतरे में आ सकते है |
- चेक बुक में हमें कुछ ऐसे चेक मिलते है जो की ORDER चेक होते है, जिनका उपयोग हम तब कर सकते है जब आप किसी दुसरे पर्सन को पैसे देना चाहते है मगर एक आइडेंटिटी प्रूफ के साथ |
चेक बुक भरने के टाइम में हमें, कुछ गलतिया करने से भी बचना चाहिए, जैसे
- अगर चेक भरते समय कोई ओवर राईटिंग या कटिंग करना पढ़ जाये तो ऐसे चेक को कंसल करके नया चेक भरें |
- चेक में कोई ब्लेंक स्पेस ना छोडें, ताकि कोई उसपर कुछ लिख ना सके |
- चेक भरते समय यह जाच ले की राशी को शब्दों और आंकड़ों में बराबर लिखा हो, यधि दोनों में कोई अंतर मिलता है तब बैंक चेक को रिजेक्ट कर सकता है |
- चेक बुक में कोई पोस्ट-डेटेड या बासी चेक ना लिखे, ये ऐसे चेक होते जो आज से आगे की तारीख पर लिखी गई हो और बासी चेक यानि ऐसी चेक जो 3 महीने से ज्यादा पुरानी हो, बैंक इन चेक्स को स्वीकार नहीं करते है |
Read More:- Shopify Kya hai in Hindi
Conclusion
दोस्तों में आशा करता हू की,आज के इस बेहतरीन आर्टिकल में हमने जाना की Cheque Book kya hota hai . इस लेख में हम ने पुरे विस्तार से हर एक चीज को बताया है | और Check Book से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य को भी साझा किया है |
अगर आपको हमारे द्वारा लिखे आर्टिकल पसंद करते है, तो इसे आप अपने दोस्तों और फॅमिली के साथ सजा करे और ऐसे ही रोचक आर्टिकल पढने के लिए हमें फॉलो करे |
FAQs on Cheque Book Kya Hota Hai
चेक को हिंदी में क्या कहते हैं?
हिंदी में चेक को धनादेश कहते हैं।
चेक क्या है और यह कितने प्रकार का होता है?
चेक एक लेन-देन का तरीका है, जो की सभी बैंको द्वारा जारी किए जाने वाला एक प्रकार का कागज़ात है, जिसमें कई पेजों से मिलकर यह चेक बुक बना होता हैं।
भारत में बासी चेक क्या है?
ऐसा चेक जो जारी होने के तीन महीने बाद समाप्त हो जाने पर बासी माना जाता है।
चेक की वैध अवधि क्या है?
एक चेक की वैध अवधि 3 महीने तक होती है |
बैंक चेक में अंकों की संख्या कितनी होती है?
23 नंबर लिखे होते हैं, यह चेक के नीचे रहता है |
मैं कितनी राशि का चेक लिख सकता हूँ?
आप जितनी चाहें उतनी राशि के लिए चेक लिख सकते हैं मगर आपके खाते में पर्याप्त बैलेंस होना चाहिय |